बीजिंग. चीन की जीडीपी ग्रोथ 2019 में 6.1% रह गई। यह 29 साल में सबसे कम है। चीन की सरकार ने शुक्रवार को कहा- कमजोर घरेलू मांग और अमेरिका के साथ 18 महीने तक चले ट्रेड वॉर की वजह से अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचा। 2019 में दुनिया की दूसरी सबसे अर्थव्यवस्था चीन की विकास दर 1990 के बाद सबसे कम रही। अमेरिका के साथ ट्रेड वॉर और घटते निर्यात की वजह से 2018 में चीन की अर्थव्यवस्था 28 साल के निचले स्तर 6.6% पर पहुंची थी। इससे पहले 2017 में विकास दर 6.8% रही थी।
बुधवार को चीन और अमेरिका ने पिछले 18 महीने से जारी ट्रेड वॉर को थामने के लिए पहले चरण के समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। इसके एक दिन बाद (गुरुवार) चीन के नेशनल ब्यूरो ऑफ स्टैटिस्टिक्स (एनबीएस) ने कहा था कि पिछले डेढ़ साल में अमेरिका और चीन ने एक-दूसरे के निर्यात पर 25% कर लगाया, जिससे दोनों देशों के बीच 1.5 ट्रिलियन डॉलर के व्यापार पर असर पड़ा।
विकास दर सरकारी अनुमान के मुताबिक
एनबीएस ने कहा कि देश की जीडीपी ग्रोथ 6.1% रही, यह सरकार द्वारा निर्धारित 6-6.5% के निर्धारित लक्ष्य के भीतर है। चीन की सरकार के लिए राहत की बात यह रही कि अर्थव्यवस्था का आकार 2018 में 13.1 ट्रिलियन डॉलर से बढ़कर, 2019 में 14.38 ट्रिलियन डॉलर हो गया।
राष्ट्रपति ने 6% से कम विकास दर को गंभीर कहा था
जीडीपी ग्रोथ मनोवैज्ञानिक तौर पर अहम समझे जाने वाले 6% के स्तर से ऊपर है। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा था कि जीडीपी ग्रोथ 6% से नीचे नहीं जानी चाहिए, अन्यथा यह दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के लिए गंभीर संकट हो सकता है।
समझौते के बावजूद चीनी सामान पर कर बरकरार
अमेरिका की तरफ से भारी कर लगा दिए जाने से चीनी अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचा था। बुधवार को ट्रेड वॉर रोकने के लिए पहले चरण के समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा था कि अमेरिका दूसरे चरण का समझौता होने तक 360 बिलियन डॉलर मूल्य के चीनी उत्पादों पर 25 प्रतिशत टैरिफ जारी रहेगा।
यह केवल अंतरिम समझौता: अर्थशास्त्री
अर्थशास्त्री और नैटिक्सिस की एशिया प्रशांत प्रभारी एलिसिया गार्सिया हेरेरो ने स्थानीय अखबार को बताया- दोनों देशों के बीच पहले चरण का समझौता अंतरिम है और दूसरे चरण के समझौते तक चीनी माल को टैरिफ की मार झेलनी पड़ेगी। इस द्विपक्षीय समझौते के विवाद निवारण चैप्टर में यह प्रावधान है कि अगर कोई एक पक्ष इससे संतुष्ट न हो, तो वह इसमें संशोधन कर सकता है या समझौता तोड़ भी सकता है।
2020 तक नागरिकों की आमदनी दोगुनी करने का लक्ष्य
एनबीएस के आंकड़ों के अनुसार, चीन की प्रति व्यक्ति डिस्पोजेबल आय 2019 में 30,733 युआन (4,461.95 अमेरिकी डॉलर) थी, जो पिछले साल से 5.8% ज्यादा थी। वहीं, चीन में प्रति व्यक्ति उपभोक्ता खर्च में 5.5% की बढ़ोतरी दर्ज की गई। 2019 में यह 21,559 युआन तक पहुंच गया। मूल्य आधारित औद्योगिक उत्पादन सूचकांक ने 2019 में 5.7% की दर से प्रगति की, जो 2018 के 6.2% से कम रहा। वहीं, दिसंबर में फिक्स्ड-एसेट इनवेस्टमेंट (एफएआई) में 5.4% की बढ़त दर्ज हुई, जो साल के पहले 11 महीनों में से 0.2% ज्यादा रहा। चीन ने 2010 के मुकाबले 2020 तक अपने ग्रामीण और शहरी नागरिकों की प्रति व्यक्ति आय को दोगुना करने का लक्ष्य तय किया है।